आधारभूत उड़ान नियंत्रक अभिकल्प के लिए नई योजना
उड़ान नियंत्रक का विकास अरैखिक गतिशील उत्क्रमण (एनडीआई) का उपयोग कर समय-सीमा अलगाव, स्थिर नियंत्रण आबंटन और इंटग्रेटर बैकस्टेपिंग के साथ किया गया है। परिणामस्वरूप नियंत्रक में एक कैसकेड संरचना होती है और उसे सरलीकृत अरैखिक गतिशील उत्क्रमण (एसएनडीआई) नियंत्रक के रूप में जाना जाता है। कैसकेड नियंत्रक नियंत्रण में नियंत्रक लूप होते हैं जो वायुयान समीकरण गति के ब्लॉक त्रिकोणीय संरचना का अनसरण करते हैं। नियंत्रक समीकरण गति में मिश्रित एक्सिस फॉर्मूलेशन का उपयोग होता है, जैसे कि निष्क्रिय युग्मन, शुद्ध गति विज्ञान युग्मन और गुरुत्वाकर्षण के नियम जो विमान समीकरण गति में दिखाई देते हैं और उड़ान के अरैखिक व्यवस्था में क्षतिपूर्ति करती हैं। क्रमशः सामान्य और पार्श्व त्वरण के मामले में दो धीमे भिन्न स्थिति की गतिशीलता हेतु एक उचित सादृश्य होगा जिससे अरैखिक नियंत्रक के भीतर लिफ्ट और साइड बल का अनुमान लगाने से बचा जा सकता है। व्युत्पत्तियों के खराब स्थिति के संयोजन पर वायुगतिकीय परिवर्तन के संबंध में दृढ़ता सुनिश्चित की जाती है।
विनिर्देश – लागू नहीं
सुविधाएं जहां इस तकनीक का प्रयोग किया जाता है F3
इस तकनीक की प्रमुख उपलब्धियॉं/परिणाम
कम समय और प्रयास (लगभग छह से आठ सप्ताह) के साथ आधारभूत उड़ान नियंत्रक अभिकल्प और उड़ान अनुकरण सुविधा के साथ एकीकरण।