विद्युत यांत्रिक प्रवर्तक स्वास्थ्य निगरानी
आजकल वायुयान न्युमेटिक, हाइड्रॉलिक और इलेक्ट्रिक प्रणालियों के संयोजन का प्रयोग करता है। भविष्य के वायुयानों में विद्युत प्रणाली और विद्युत द्वारा संचालित उपकरणों का प्रयोग किया जाएगा। इसे 'मोर इलेक्ट्रिक एयरक्राफ्ट (एमईए), 'पावर-बाय-वायर' या ऑल-इलेक्ट्रिक-एयरक्राफ्ट (एईए) कहा जाता है जहां सिस्टम से तारों के माध्यम से बिजली प्रेषित की जाती है। इस तकनीक का रखरखाव कम है, दक्षता में वृद्धि होती है और अधिक दोष सहिष्णुता प्रणालियां होती हैं। एमईए के मुख्य प्रणालियों में से एक इलेक्ट्रिक एक्चुएशन सिस्टम है जो फ्लाइट कंट्रोल सर्फेस जैसे कि रडार, एलेरॉन, स्पाइलर आदि को विक्षेपित करता है। ये एक्चुएटर या तो इलेक्ट्रो-हाइड्रोस्टैटिक एक्चुएटर (ईएएचए) या इलेक्ट्रो-मेकानिकल एक्चुएटर (एएमए) है। ईएमए इलेक्ट्रिकल उड़ान नियंत्रण एक्चुएशन हेतु अच्छा है। ईएमए का प्रयोग एक स्पॉइलर सतह के लिए बी787 पर किया जाता है। सामान्य तौर पर, ईएमए ब्रशलेस डायरेक्ट करंट (बीएलडीसी) मोटर गियरबॉक्स द्वारा बॉल या रोलर स्क्रू से युग्मित है। ईएमए में अक्सर विद्युत और विचलन संघटकों के कारण विफलता की संभावना होती है, इसलिए कंडीशनिंग मानिटरन आवश्यक है। उड़ान के दौरान ईएमए की स्थिति के मानिटरन हेतु वर्तमान सिग्नेचर विश्लेषण तकनीकों का पता लगाया जाएगा।
विनिर्देश
सुविधाएं जहां इस तकनीक का प्रयोग किया जाता है
इस तकनीक की प्रमुख उपलब्धियॉं/परिणाम