आटोक्लेव मोल्डिंग
आटोक्लेव मोल्डिंग तकनीक एक उन्नत सम्मिश्रण विनिर्माण प्रक्रिया है। इसका प्रयोग पूर्व धारण उच्च सामर्थ्य फाइबर से उच्च सामर्थ्य/भार अनुपात भागों के निर्माण हेतु वांतरिक्ष उद्योगों में व्यापक रूप से किया जाता है। सुधार के दौरान मिश्रित सामग्री (प्रीप्रेग) को ऊष्म और दाब प्रदान करने के लिए यह विधि एक आटोक्लेव को नियोजित करती है। इस विधि में प्रीप्रेग को निश्चित क्रम में एक मोल्ड में डाला जाता है और परतों के बीच में फंसे हवा को निकालने के लिए पूरे समुच्चय को वैक्यूम किया जाता है। सामग्री विनिर्देशों के आधार पर ऊष्म और दाब को एक निश्चित अंतराल में प्रयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान मैट्रिक्स समान रूप से वितरित किया जाता है और फाइबर के साथ सूक्ष्म संपर्क और उचित संबंध बना लेता है। प्रसंस्करण के बाद, समुच्चय को एक निश्चित दर से ठंडा किया जाता है और फिर वैक्यूम बैग हटा दिया जाता है। आटोक्लेव मोल्डिंग तकनीक फाइबर वॉल्यूम अंशों के साथ मिश्रित भागों का उत्पादन अधिकतम 60% और 1% से कम शून्य सामग्री तक करती है जो तुलना के लिए एक मानदण्ड प्रक्रिया के रूप में माना जाता है।
विनिर्देश: एसीडी में एपॉक्सिज़, बिस्मेलीमाइड, पॉलीफेनिलिन सल्फाइड (पीपीएस) और पॉलीमाइड जैसे रेजिन प्रसंस्करण हेतु विभिन्न आकारों और श्रेणी के चार आटोक्लेव हैं।
इस तकनीक की प्रमुख उपलब्धियॉं/परिणाम:
आटोक्लेव मोल्डिंग तकनीक का सफलतापूर्वक प्रयोग एलसीए-तेजस और सरस एयरफ्रेम जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए कोक्यूरड कंपोजिट संरचनाओं को प्राप्त करने हेतु किया जाता है। अव्ययों का विनिर्माण नियामक निकायों द्वारा विनिर्दिष्ठ विमानन योग्यता मानकों के अनुसार हैं।