वायुयान एलुमिनियम एलॉयों केलिए क्रोमिक एसिड मुक्त एनोडैजिंग प्रक्रिया
कई दशकों से क्रोमिक एसिड एनोडैजिंग (सीएए), वायुयान एवं ऑटोमोबाईल उद्योगों में जटिल संरचनाओं तथा उनके सभी जोड़ों का परिरक्षण करते आ रहा है, विशेषकर संक्षारण प्रतिरोध और मुख्य परतों के साथ आसंजन प्रदान करता आ रहा है। परन्तु सीएए की प्रक्रिया में क्रोमिक एसिड का उपयोग करने से पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पडेगा, इसलिए विभिन्न अनुप्रयोगों में इसका उपयोग नहीं करना उचित है। एनएएसएफ का अनुमान है कि वर्ष 2026 तक वांतरिक्ष उद्योग में क्रोमिक एसिड की जगह क्रोमेट मुक्त लेपन प्रणालियाँ ले सकती हैं। पिछले एक दशक से बोईंग सीएए के विकल्प के रूप में पतली क्रोमेट विलयन सीलिंग के साथ एनोडैजिंग की प्रक्रिया को अपना रही है। इसी तरह, एयरबस भी पानी को गर्म करने में या हेक्सवालेंट क्रोमियम आधारित विलयन में सीलिंग युक्त एनोडैजिंग की प्रक्रिया का प्रयोग कर रही है। परन्तु सम्पूर्ण एनोडैजिंग की प्रक्रिया में अभी तक हेक्सवालेंट मुक्त क्रोमियम कोटिंग की प्रक्रिया के बारे में बहुत ज्यादा सोचा नहीं गया। अतः इसका एक विकल्प ढूंढना जरूरी था, विशेषकर खतरनाक क्रोमेट आधारित कोटिंग को ख़त्म करके उसकी जगह उतने ही सामान अथवा उससे श्रेष्ठ निष्पादन वाले विकल्प का पता लगाना आवश्यक हो गया।
एसईडी, सीएसआईआर-एनएएल में एक संशोधित क्रोमेट, फास्फेट और फ्लोराइड मुक्त, पर्यावरण-स्नेही एनोडैजिंग प्रक्रिया का विकास किया गया जिससे कि संक्षारक वातारण में एलुमिनियम और उसके एलॉयों के संक्षारण प्रतिरोध को सुधारा जा सके। इस प्रौद्योगिकी का टीआरएल 5 से 6 तक है और इस प्रक्रिया का प्रमाणन कार्य प्रगति पर है।
तटीय क्षेत्र – मंडपम कैम्प में बाह्य अभिज्ञता अध्ययन (छ: महीने के लिए)