शशि भूषण वर्मा डॉ

शशि भूषण वर्मा डॉ
उप प्रमुख


डॉ वर्मा की शोध रुचि सबसोनिक, ट्रांसोनिक और सूपरसोनिक व्‍यवस्‍था में प्रवाह अलगाव के अध्ययन में है और इनके प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए उचित प्रवाह नियंत्रण प्रौद्योगिकियों के विकास में है। विशेष रूप से, फोकस क्षेत्रों में प्रमोचन यान लिफ्ट-ऑफ से पूर्व तरल रॉकेट इंजन नोजल के साइड-लोड विकास में फ्लो सेपेरेशन शाक-प्रेरित सुपरसोनिक और एयर-इंटेक्स से संबंधित ट्रांसोनिक इंटरैक्शन से आफ्टरबाडी प्रवाह प्रक्षेपण और प्रोजेक्टाइल से संबंधित फ्रीस्ट्रीम-जेट इंटरैक्शन और संचालित मिसाइल शामिल हैं। उच्च निष्‍पादन रॉकेट इंजन, विभिन्न शॉक-वेव सीमा-परत इंटरैक्शन में पृथक्करण नियंत्रण के लिए प्रगत स्‍थाई माइक्रो-जेट अभिविन्‍यास और लो प्रोफ़ाइल यांत्रिक वर्टेक्‍स-जनरेटिंग उपकरण और स्‍टेल्‍थ वायुयान अनुप्रयोगों के लिए वेक्टर नियंत्रण तकनीक उनके प्रयोगात्मक प्रयासों में मुख्य रूप से फ्लो कंट्रोल योजना जैसे साइड-लोड रिडक्‍शन अभिकल्‍प (उदाहरण के लिए, ऊंचाई अनुकूलक नोजल अवधारणा या लॉन्च पैड पर संशोधनों को कार्यान्वित करना) के विकास कार्य हैं।


इन्होंने 'सूपरसोनिक कंट्रोल' पर शॉक वेव जर्नल में एक विशेष अंक रूएन विश्वविद्यालय के प्रो. अब्देलह हडजाद के साथ सह-संपादित किया है। वर्तमान में इनका हाई-स्पीड समूह भारत के एयरोनॉटिकल रिसर्च एंड डेवलपमेंट बोर्ड (एआर एंड डीबी) द्वारा वित्त पोषित 'फ्लो सेपरेशन कंट्रोल मैनेजमेंट पर स्मार्ट योजना' पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है। वे डीएलआर लैंपोल्डशौसेन जर्मनी, सीएफडी समूह - आईएनएसए डी रूएन, फ्रांस, स्‍पेस प्रोपल्‍शन एंड इनस्टिट्यूट फार एयरोडायनामिक्स एंड फ्लूइड मैकेनिक्स, टेकनिकल यूनिवर्सिटी मुनिश में नोजल फ्लो ग्रुप के साथ,  विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर, त्रिवेंद्रम के नोजल टेस्ट सुविधा समूह और एमआईटी चेन्नई और डीआईएटी पुणे के वांतरिक्ष विभाग में संयुक्त सहकार्य में भी शामिल हैं।

 

शोध में रूचि

सबसोनिक, ट्रांसोनिक और सूपरसोनिक इंटरैक्शन के लिए प्रगत प्रवाह अलगाव नियंत्रण उपकरणों का विकास।

पिछला नवीनीकरण : 19-11-2020 07:02:05pm