भू-आधारित मौसमी रडोम [ डोपलर मौसमी रडारों (DWR ) केलिए मार्क II रडोम ]
एनएएल ने BEL/ISRO के डोपलर मौसमी रडारों (DWR ) के लिए 12.88m व्यास के एक गोलीय रडोम का अभिकल्प एवं विकास किया है, जो EM प्रतिरक्षक आवरण के रूप में काम करेगा. मार्क II रडोम के नाम से द्वितीय जेनरेशन के रडोम बनाकर उन्हें देश के तटवर्ती इलाकों में और पूर्वोत्तर के अनेक जगहों पर स्थापित किया गया, जैसे पश्चिम में भुज, गुजरात; कोच्ची, केरल; पूर्व में गोपालपुर; शार-श्रीहरिकोटा, आन्ध्रप्रदेश; पूर्वोत्तर में चिरापुंजी, मेघालय. इस निर्माण प्रौद्योगिकी को उत्पादन में लाने केलिए बीईएल, नवी मुम्बई को हस्तांतरित किया गया. इस गोलीय रडोम को PU फोम सैंडविच ग्लास एपोक्सी सम्मिश्र का उपयोग करते हुए नवीनतम एवं लागत-प्रभावी सम्मिश्र प्रक्रिया तकनीक द्वारा बनाया गया. उम्मीद है कि इससे अगले सहस्राब्दी की मौसम-वैज्ञानिकों की अपेक्षाएं पूरी होंगी.
भारत भर में संस्थापित DWR रडोमों का नेटवर्क
India Map courtesy: http://www.mea.gov.in/india-at-glance.htm
1. भुज, गुजरात
2. चिरापुंजी, मेघालय
3. गोपालपुर, ओडिशा
4. कोच्ची, केरल